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Mandir Family · 4 February 2024 at 20:50

अनंत भगवद कृपा और ईश्वर सेवा को लालायित प्रेमियों का ऐसा सुन्दर सम्मिश्रण भारत भूमि से दूर भी देखने को मिलेगा यह कभी विचार में भी नहीं आया था.
हमारे परिवार के प्रेमियों का ईश्वर सेवा के लिए लालायित होना और एक दुसरे से प्रतिस्पर्धा करना ह्रदय को आनंदित कर देता है. हर प्रेमी यह सोच रहा है कि वह सेवा को आगे आये कैसे और कुछ नया प्रसाद ईश्वर के चरणों में अर्पित करे. ईश्वर भी आप जैसे स्नेही जनो को भेज कर हम लोगो को भी अलग अलग क्षेत्रो का प्रसाद चखने का अवसर देते है. कभी गट्टे की सब्ज़ी, कभी मक्के की रब, कभी लिट्टी चोखा, कभी मोदक, कभी कढ़ी या कभी लापसी। आप सभी के प्रेम से लबालब भरे प्रसाद का स्वाद बहुत लम्बे समय तक स्मृति में रहेगा.
राम जी अपने सब बच्चो पर ऐसे ही प्रेम की वर्षा करते रहे और हम उसमे भीग कर आनंदित होते रहे. यही विनय है.
आपका मंदिर परिवार

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