4 Comments

Mandir Admin · 14 April 2023 at 19:11

Namaste Everyone,
Shrimadbhagwadgita is probably the most unique book which is widely recognized equally within and outside India. No other Indian book has been translated in so many foreign languages.
It is unique in many many ways. Every believer or non believer will find something for him in this book. Unlimited researches have been conducted worldwide to understand the philosophy in it and people ended up saying “नेति नेति”. Depth of the knowledge of Shrimadbhagwadgita is unfathomable. From Jagadguru Adi Shankaracharya to Swami Vivekanand to Mahatma Gandhi embraced it.
Journey of Gita Ji begins with reading it and progresses further.
The first step of the journey will be organized in our temple on coming Saturday at 11:00 AM.
Come, let us all together begin this journey and lord Krishna will surely lead us to divinity and nirvana.
Your Mandir Family

Mandir Admin · 14 April 2023 at 19:12

नमस्ते,
आइए हम सब मिलकर कल अपने मंदिर को श्रीमद्भगवद्गीता ज्ञान गंगा से गुंजायमान कर दे और भगवान की अमृत धारा से खुद को और पूरे परिवार को रसपान कराए। साथ ही अपने अपने मन रूपी पुष्प को उनके चरणों में अर्पित करे।
आपका मंदिर परिवार

Mandir Admin · 14 April 2023 at 19:13

नमस्ते,
यदि आपको श्रीमद्भगवद्गीता को देखकर ऐसा लगता है कि यह तो महा कठिन ग्रंथ है और इसको पढ़ना सिर्फ प्रकांड पंडितो और विद्वानों के बस की बात है तो निश्चय जानिए कि ऐसा कुछ भी नही है और जितना हम सोचते है ईश्वर उससे कही ज्यादा उदार है।
आप यदि हिंदी अक्षरों का ज्ञान रखते है और ये मैसेज पढ़ पा रहे है तो इतनी ही सरलता से आप श्रीमद्भगवद्गीता भी पढ़ सकते है। कुछ छोटी छोटी बातों का ध्यान रखना है और पढ़ने संबंधी कुछ नियम है जिनको हम लोग पाठ शुरू होने से पहले बताएंगे। फिर देखिएगा आप पढ़ेंगे नही बल्कि आनंदविभोर होकर उसको गायेंगे। आप स्वयं देखेंगे की परिवार के सभी सदस्यों के एक साथ पढ़ने से कैसे भगवद कृपा की वर्षा होती है। क्या आप ऐसी अमृत वर्षा से खुद को वंचित रखना चाहेंगे?
वैसे तो मंदिर में 35-40 पुस्तके है पर आप घर से अपनी पुस्तक भी ला सकते है।
मंदिर की तरफ से आपके लिए बीच बीच में स्वल्पाहार और समाप्ति पर प्रसाद रूपी भोजन की व्यस्था रहेगी। इंतजार किस बात का है, पुष्पमाला में अपना नाम जोड़े और कल आनंद वर्षा में सराबोर होकर अपनी परम ज्ञान की यात्रा का श्रीगणेश करिए।
आपका मंदिर परिवार

Mandir Admin · 15 April 2023 at 19:28

आभार श्रीमद्भगवद्गीता पाठ (2nd सम्पूर्ण पाठ)
चमत्कार क्या और कैसे होता है, ईश्वर की कृपा किस प्रकार होती है, इसका प्रत्यक्ष अनुभव हममे से बहुत लोगो ने आज मंदिर में करा होगा. उस अहैतुकी कृपा को शब्दों में बाँध पाना सामर्थ्य के बाहर है.
लगभग 19 लोगो ने आने को कहा था पर हमारे स्टुटगार्ट परिवार के लोग बहुत ही विशाल ह्रदय वाले है. वह उससे कही ज्यादा संख्या में आए और इस आयोजन को अविस्मरणीय बना दिया. हमारी माताए और बहने भोजनालय में सेवा हेतु आ गयी और साक्षात् अन्नपूर्णा बनकर प्रसाद को अमृत बना दिया.
भगवान ने आज ऐसी कृपा करी की कई मिथक बिना प्रयास ही टूट गए. संस्कृत पढ़ना मुश्किल है, भगवद्गीता बहुत कठिन है, पूरी भगवद्गीता एक साथ पढ़ना बड़ा दुष्कर कार्य है. हम जैसे महा अनाड़ियों ने आज ये सारे मिथक टूटते देखे. हममे से ज्यादातर लोगो ने अपने जीवन में संपूर्ण गीता जी का पाठ एक साथ कभी नहीं करा था. सभी बिलकुल अनुभवहीन थे. ईश्वर ने आज हमसे ये न सिर्फ पूर्ण करवाया बल्कि सबसे मिलकर इतने सुन्दर स्वरबद्ध रूप से गवाया की जिसे सुनकर हर कोई कहेगा की ये तो महीनो की प्रैक्टिस से ही संभव हो सकता है.
*सचमुच ईश्वर आप सब का रूप धरकर आए और स्वयं हमको गीता जी सुनाकर चले गए*. वो सभी धन्य है जो आज सम्मलित हो पाए.
आप सभी ने भगवद प्राप्ति की यात्रा की प्रथम सीढ़ी को सफलता पूर्वक पार कर लिया है और आप सभी गौरव के पात्र है. वो माता पिता विशेष रूप से धन्य है जो अपने बच्चो को लेकर आये और वह विलक्षण बच्चे भी पूरे पाठ को आनंदपूर्वक पढ़ते रहे. वह बच्चे वास्तव में पूजनीय है.
आज का दिन और ईश्वर की कृपा का अनुभव हमारी स्मृति से कभी विस्मृत नहीं हो पायेगा.
आपका अपना मंदिर परिवार

Comments are closed.