@Alok Dashora जी का बहुत आभार जो आज उन्होंने हम लोगो को माता सुनैना, माता कौशल्या, राजा दशरथ जी, राजा जनक जी, विदुर जी और माँ शबरी के माध्यम से भक्ति के विभिन्न आयामों को हमसे साँझा करा.
साथ में आज श्री नरोत्तम दास जी द्वारा रचिक सुदामा चरित के भक्ति, प्रेम, करुणा, मित्रता से परिपूर्ण कुछ सवैये पदों के द्वारा अवधी भाषा का आनंद लिया. परमात्मा से प्रार्थना है की वह ऐसे ही हम लोगो के अंदर भक्ति और प्रेम का बीजारोपण करें जिससे मनुष्य जीवन के वास्तविक ध्येय की ओर अग्रसर हो पाए. “सो जानहुँ जेहु देव जनाई, जानत तुमहि तुमहि होइ जाई ”
आपका मंदिर परिवार
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Mandir Admin · 18 December 2022 at 22:46
@Alok Dashora जी का बहुत आभार जो आज उन्होंने हम लोगो को माता सुनैना, माता कौशल्या, राजा दशरथ जी, राजा जनक जी, विदुर जी और माँ शबरी के माध्यम से भक्ति के विभिन्न आयामों को हमसे साँझा करा.
साथ में आज श्री नरोत्तम दास जी द्वारा रचिक सुदामा चरित के भक्ति, प्रेम, करुणा, मित्रता से परिपूर्ण कुछ सवैये पदों के द्वारा अवधी भाषा का आनंद लिया. परमात्मा से प्रार्थना है की वह ऐसे ही हम लोगो के अंदर भक्ति और प्रेम का बीजारोपण करें जिससे मनुष्य जीवन के वास्तविक ध्येय की ओर अग्रसर हो पाए. “सो जानहुँ जेहु देव जनाई, जानत तुमहि तुमहि होइ जाई ”
आपका मंदिर परिवार
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