+++Information: Akshay-Tritiya 10.05.2024 (Friday)+++
वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हम लोग पवित्र अक्षय तृतीया पर्व के रूप में मनाते है. इस दिन को भगवान विष्णु जी के छठे अवतार भगवान परशुराम जी के अवतरण दिवस के रूप में भी मनाया जाता है. इस दिन के बाद से ही हमारे यहाँ शादी विवाह आदि शुभ कार्य शुरू हो जाते है.
हमारे धर्म में अक्षय पर्व तृतीया का बहुत महत्त्व है. “अक्षय” का अर्थ होता है “अनन्त” या “कभी ख़त्म न होनेवाला” और “तृतीया” का अर्थ होता है “तीसरा”. इस दिन से शुभ एवं नवीन कार्यो की शुरुआत होती है साथ ही साथ अनेको धार्मिक कार्य भी करे जाते है.
इस दिन दान का बहुत महत्त्व बताया गया है, और वह दान अक्षय एवं अत्यंत कल्याणकारी होता है.
जैसा की आप लोगो को मंदिर में भी बताया गया है कि आप सभी लोग स्वेच्छा से इस पर्व हेतु मंदिर में दान कर सकते है. उस दान के पैसे से एक बड़ी रोटी बनाने के मशीन का भारत से लाने का विचार है. बची हुई राशि को भगवान राम के अक्षय पात्र रुपी प्रसाद में उपयोग करा जायेगा. आज से लेकर अगले रविवार तक मंदिर के दान पात्र में जो भी राशि आएगी उसको अक्षय तृतीया के दान के रूप में इस्तेमाल किया जायेगा.
आप सभी से विनम्र निवेदन है कि यथा योग्य आगे आकर इस पर्व पर दान कर ईश्वर की अक्षय कृपा के पात्र बने.
आपका मंदिर परिवार
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